शब्द का अर्थ
|
निस्नेह :
|
वि० [सं० निर्-स्नेह, ब० स०] १. जिसमें स्नेह या प्रेम न हो। २. जिसमें स्नेह या तेल न हो। पुं० एक प्रकार का तांत्रिक मंत्र। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
निस्नेह-फला :
|
स्त्री० [सं० ब० स०, टाप्] भटकटैया। कटेरी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|