शब्द का अर्थ
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फकीर :
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पुं० [अ० फ़क़ीर] [स्त्री० फकीरन, फकीरनी, भाव० फकीरी] १. भीख अथवा भीख के रूप में कोई चीज माँगनेवाला व्यक्ति। २. त्यागी। महात्मा। ३. संत। साधु। ४. बहुत ही निर्धन व्यक्ति। कंगाल। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फकीरी :
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स्त्री० [हिं० फकीर+ई (प्रत्य०)] १. ऐसी अवस्था जिसमें कोई भीख माँग कर निर्वाह करता हो। फकीर होने की अवस्था या भाव। २. कंगालपन। निर्धनता। वि० फकीर-संबंधी। फकीर का। जैसे—फकीरी दवा। पुं० एक प्रकार का अंगूर। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |