शब्द का अर्थ
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लकीर :
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स्त्री० [सं० रेखा] १. वह चिन्ह जो लंबाई के बल में कुछ दूर तक बना या बनाया गया हो। जैसे—कलम से कागज पर या वाण से जमीन पर लकीर खींचना। क्रि० प्र०—खींचना।—बनाना। २. कोई ऐसा चिन्ह जो दूर तक रेखा के समान बना हो। ३. अक्षरों आदि की पंक्ति। सतर। ४. बहुत दिनों से रेखा आदि के रूप में चली आई हुई प्रणाली, प्रथा या रीति। पद—लकीर का फकीर=वह जो बिना समझे-बूझे किसी प्राचीन प्रथा पर चलता हो। आँखे बन्द करके पुराने ढंग पर चलनेवाला। मुहावरा—लकीर पीटना=बिना समझे-बूझे पुरानी प्रथा पर चलना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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