शब्द का अर्थ
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					वैदर्भ					 :
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					वि० [सं० विदर्भ+अण्] १. विदर्भ देश का। २. विदर्भ देश में उत्पन्न। ३. बात-चीत करने में चतुर। पुं० १. विदर्भ का राजा या शासक। २. दमयंती के पिता भीमसेन। ३. रुक्मिणी के पिता भीष्मक। ४. वाकचातुरी। ५. मसूड़ा फूलने का रोग।				 | 
			
			
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					वैदर्भक					 :
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					पुं० [सं० विदर्भ+अण्+कन्] विदर्भ का निवासी।				 | 
			
			
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					वैदर्भी					 :
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					स्त्री० [सं० विदर्भ+अण्+ङीष्] १. संस्कृत साहित्य में साहित्यिक रचना का वह विशिष्ट प्रकार या शैली जो मुख्यतः विदर्भ और उसके आस-पास के देशों में प्रचलित थी, और जो प्रायः सभी गुणों से युक्त सुकुमार वृत्तिवाली तथा सर्वश्रेष्ठ मानी जाती थी। करुणा श्रृंगार आदि रसों के लिए यह विशेष उपयुक्त मानी गई है। २. अगस्त्य ऋषि की पत्नी। ३. दमयन्ती। ४. रुक्मिणी।				 | 
			
			
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