शब्द का अर्थ
|
सहस्रद :
|
पुं० [सं० सहस्र√दा (देना)+क] १. बहुत बड़ा दानी। २. हजारों गौएँ आदि दान करनेवाला बहुत बड़ा दानी। ३. पहिना या पाठीन मछली। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सहस्रदल :
|
पुं० [सं० ब० स०] हजार दलोंवाला अर्थात् कमल। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सहस्रदृश :
|
पुं० [सं०] १. विष्णु। २. इन्द्र। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |