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			| शब्द का अर्थ |  
				| अंटा-चित्त					 : | भू० कृ० [हि० अंटा+चित] १. पीठ के बल पड़ा हुआ या लेटा हुआ। २. पूरी तरह से हारा हुआ पराजित। ३. स्तब्ध स्तंभित। ४. नशे आदि के कारण अचेत या बेसुध पड़ा हुआ। ५. जो शक्ति आदि से रहित किसी योग्य न रह गया हो। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |