शब्द का अर्थ खोजें

शब्द का अर्थ

उबाल  : पुं० [हिं० उबलना] १. उबलने की क्रिया या भाव। २. आग पर रखे हुए तरल पदार्थ का फेन छोड़ते हुए ऊपर उठना। उफान। ३. अस्थायी या क्षणिक आवेश, उद्वेग या क्षोभ।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
उबालना  : स० [सं० उद्वालन, पा० उब्बालन] १. तरल पदार्थ को आग पर रखकर इतना गर्म करना कि उसमें से फेन तथा बुलबुले उठने लगें। २. किसी कड़ी चीज को पानी में रखकर इस प्रकार खौलाना कि वह नरम हो जाय। जैसे—आलू या दाल उबालना।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
उबाल  : पुं० [हिं० उबलना] १. उबलने की क्रिया या भाव। २. आग पर रखे हुए तरल पदार्थ का फेन छोड़ते हुए ऊपर उठना। उफान। ३. अस्थायी या क्षणिक आवेश, उद्वेग या क्षोभ।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
उबालना  : स० [सं० उद्वालन, पा० उब्बालन] १. तरल पदार्थ को आग पर रखकर इतना गर्म करना कि उसमें से फेन तथा बुलबुले उठने लगें। २. किसी कड़ी चीज को पानी में रखकर इस प्रकार खौलाना कि वह नरम हो जाय। जैसे—आलू या दाल उबालना।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
लौटें            मुख पृष्ठ