| शब्द का अर्थ | 
					
				| कोना					 : | पुं० [सं० कोण] १. भिन्न-दिशाओं से आई हुई दो सरल रेखाओं वस्तुओं आदि के एक स्थान पर मिलने से बननेवाली आकृति। २. उक्त रेखाओं वस्तुओं आदि के बीच का स्थान। अन्तराल। मुहावरा—कोना झाँकना=कोई काम या बात पड़ने पर भय या लज्जा से जी चुराते हुए इधर-उधर देखना। ३. नुकीला किनारा। ४. एकांत स्थान। ५. चौथाई भाग। (दलाल की भाषा)। मुहावरा—कोने में होना=चौथाई के हिस्सेदार बनना। पद—कोने से=चार आने फी रूपये के हिसाब से (मिलनेवाली दलाली)। | 
			
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				| कोनालक					 : | पुं० [सं० कोन√अल् (पर्याप्ति)+ण्वुल्-अक] एक प्रकार का जलपक्षी। | 
			
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