शब्द का अर्थ खोजें

शब्द का अर्थ

गोता  : पुं० [अ० गोतः] १. गहरे जलाशय में उतर कर अपने शरीर को जल में इस प्रकार डुबाना कि बाहर कोई अंग न रह जाए। डुबकी। क्रि.प्र. =मारना। लगाना। मुहावरा–(किसी को) गोता देना किसी को जल में उक्त प्रकार से डुबाना और निकालना। २. नदी, समुद्र आदि के तल में पड़ी हुई चीजें निकालने के लिए उक्त प्रकार से उसके तल तक जाने की क्रिया या भाव। ३. किसी अथाह या बहुत गहरी चीज या बात में से किसी तत्त्व का पता लगाने का प्रयत्न। जैसे–साहित्य में गोता लगाना। ४. इस प्रकार कहीं से अनुपस्थित या गायब हो जाना कि किसी को कुछ पता न चले। जैसे–यह धोबी तो महीने-महीने भर का गोता लगाया करता है। ५. सहसा होनेवाली कोई बहुत बड़ी भूल। (क्व०) मुहावरा-गोता खाना (क) कोई बहुत बड़ी भूल या हानि कर बैठना। (ख) धोखे में आना। छल में फँसना। पुं० [सं०गोत्र] समान गोत्र या वंश । जैसे–नाते-गोते के लोग।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
गोताखोर  : पुं० [अं०] १. वह जो गहरे पानी में गोता लगाकर नीचे की चीजें निकाल लाने का व्यवसाय करता हो। (डाइवर) २. जल के अंदर गोतालगाकर चलनेवाली डुबकनी नाव। (सब मेरीन)
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
गोतामार  : पुं० ==गोताखोर।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
लौटें            मुख पृष्ठ