शब्द का अर्थ
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छाद :
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पुं० [सं०√ छद् (छाना)+णिच्+घञ्] १. छत। २. छप्पर। |
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समानार्थी शब्द-
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छादक :
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वि० [सं०√ छद्+णिच्+ण्वुल्-अक] आच्छादित करने या छानेवाला। |
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छादन :
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पुं० [सं०√ छद्-णिच्+ल्युट्-अन] [वि.छदित] १. छाने या ढकने की क्रिया या भाव। २. वह चीज जिससे कुछ छाया या ढका जाय। आच्छादन। आवरण। ३. छिपाव। दुराव। ४. कपड़ा। ५. चादर। दुपट्टा। |
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छादित :
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भू० कृ० [सं०√ छद्=णिच्+क्त] ऊपर छाया हुआ। उदाहरण–तुहिन वाष्प के सुरंग जलद से छादित, इन्दु रश्मि के इन्द्रजाल से स्पर्शित।–पंत। |
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छादिनी :
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स्त्री० [सं०√छद्+णिनि-ङीष्] १. चमड़ा। २. खाल। |
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छाद्मिक :
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वि० [सं० छद्मन्+ठक्-इक] १. (व्यक्ति) जो छद्मवेश धारण किये हो। बहुरूपिया। २. ढोगीं। मक्कार। |
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