शब्द का अर्थ खोजें

शब्द का अर्थ

झोली  : स्त्री० [प्रा० झोल्लिअ] १. छोटा झोला। थैली। २. ओढ़े या पहने हुए कपड़े का पेट पर पड़नेवाला वह अंश जिसे दोनों हाथों से फैलाकर उसमें कोई चीज ग्रहण की जाती है। जैसे–फकीर अपनी झोली में रोटियाँ रखता जाता था। क्रि० प्र०–फैलाना। मुहावरा–झोली डालना=भिक्षा ग्रहण करने के लिए झोली फैलाना। (किसी की) झोली भरना-देवी, देवता आदि का प्रसाद किसी की झोली में डालना। (मंगल सूचक) ३. वह कपड़ा जिसकी सहायता से अनाज ओसाया या बरसाया जाता है। ४. घास-फूस आदि बाँधने का बड़ा जाल। ५. चीजें फँसाने के लिए बनाया जानेवाला रस्सियों का एक प्रकार का फंदा। ६. चरसा। मोट। ७. एक प्रकार का सफरी बिस्तर। विशेष दे० ‘झूला’ के अन्तर्गत। स्त्री० [सं० ज्वाला या झाला] राख। भस्म। मुहावरा–झोली बुझाना=(क) कार्य का संपादन या बात की सिद्धि हो जाने के उपरांत किसी का उसे करने का ढोंग रचना। (ख) निराश होकर या व्यर्थ बैठना।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
लौटें            मुख पृष्ठ