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तगार  : पुं० [फा०] [स्त्री० अल्पा० तगारी] १. मिट्टी का बड़ा कूँड़ा या नाँद। २. वह गड्ढा या छोटा घेरा जिससे इमारत के काम के लिए ईंटें भिगोई जाती हैं अथवा चूने, सुरखी आदि का दारा बनाया जाता है। ३. वह तसला जिसमें गारा या मसाला भरकर राज मिस्तरियों के पास ईटों की जोड़ाई आदि करने के लिए पहुँचाया जाता है। ४. दे० ‘तगारा’।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
तगारा  : पुं० [फा० तगार=बड़ा कूआँ या नाँद] [स्त्री० अल्पा० तगारी] १. मिट्टी की वह नाँद जिसका उपयोग, हलवाई लोग मिठाइयाँ आदि बनाने में करते हैं। २. तरकारी, दाल आदि पकाने का पीतल का एक प्रकार का बड़ा बरतन।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
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