शब्द का अर्थ
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थर :
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पुं० [सं० स्तर] १. जमी हुई परत। तह। २. दीवारों की चुनाई में लगाई जानेवाली ईटों की प्रत्येक पंक्ति या परत। ३. ब्राह्मणों में, जाति या वर्ग का वाचक शब्द। जैसे—पहले उनसे उनका थर तो पूछ लो। पुं० [सं० स्थल] १. स्थल। २. सिंध देश का एक प्रदेश या विभाग। ३. जंगली जानवरों की माँद। चुर। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
थरकना :
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अ० १.=थर्राना। २.=थिरकना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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थरकाना :
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स० [हिं० थरकना] १. थरकने या थरथराने में प्रवृत्त करना। २. थिरकने में प्रवृत्त करना। |
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थरकौहाँ :
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वि० [हिं० थरकना] १. भय आदि से जो थर-थर काँप रहा हो। २. हिलता-डुलता हुआ। चंचल। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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थर-थर :
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स्त्री० [अनु०] डर से काँपने की मुद्रा। थरथराहट। क्रि० वि० डरकर काँपते हुए। |
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थर-थराना :
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अ० [अनु० थर-थर] [भाव० थरथराहट, थरथरी] १. डर से काँपना। २. काँपना। स० किसी को इतना अधिक भयभीत करना कि वह थर-थर काँपने लगे। |
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थरथराहट :
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स्त्री० [हिं० थरथराना] १. थरथराने की अवस्था, क्रिया या भाव। २. निरंतर कुछ समय तक काँपते या थरथराते रहने की क्रिया या भाव। क्रि० प्र०—चढ़ना। |
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थरथरी :
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स्त्री०=थरथराहट। |
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थरना :
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सं० [हिं० थर] १. रह-रहकर हलका आघात या चोट करना। २. कोई चीज गढ़ने या बनाने के लिए उसे धीरे-धीरे हथौड़ी आदि से पीटना। ३. अच्छी तरह मारना या पीटना। थूरना। ४. दीवारों की चनाई में एक थर के ऊपर दूसरा थर लगाना। पुं० कसेरों का एक औजार जिससे वे नक्काशी या फूल-पत्तियाँ बनाते हैं। |
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थरमामीटर :
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पुं० [अ०] ताप-मापक यंत्र। |
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थरसना :
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अ० [सं० त्रसन] १. त्रस्त होना। २. दुःखी होना। स० १. त्रस्त करना। २. दुःखी करना। |
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थरसल :
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वि० [हिं० थरसल] त्रस्त। पीड़ित।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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थरहर :
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स्त्री०=थरथराहट।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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थरहराना :
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अ०, स० [भाव० थरहरी]=थरथराना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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थरहाई :
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स्त्री० [?] एहसान।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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थरिया :
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स्त्री०=थाली।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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थरी :
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स्त्री० [सं० स्थली] जंगली पशुओं की माँद। चुर। |
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थरु :
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पुं०=थल।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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थरुलिया :
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स्त्री० [हिं० थारी] छोटी थाली। |
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थरुहट :
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पुं० [हिं० थारू] थारू जाति के लोगों की बस्ती। |
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थर्मस :
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पुं० [अ०] एक तरह का छोटा वर्तुल डिब्बा जो वायु अनुकूलित होता है तथा जिसमें रखी हुई चीज का ताप-मान कुछ समय तक प्रायः ज्यों का त्यों बना रहता है। |
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थर्मामीटर :
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पुं० [अं०] ताप-मापक यंत्र। |
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थर्राना :
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अं० [अनु० थर-थर] १. डर के मारे थर-थर काँपना। जैसे—सिपाही को देखते ही चोर थर्रा गया। २. बहुत अधिक भयभीत होना। दहलना। संयो० क्रि०—उठना।—जाना। स० किसी को इतना अधिक डराना कि वह थर-थर काँपने लगे। |
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