शब्द का अर्थ खोजें

शब्द का अर्थ

नहिक  : वि० [सं० नहि=नहीं+हिं० क (प्रत्य०)] १. अस्वीकृत करने या न माननेवाला। नहीं कहने या करनेवाला। नकारात्मक। २. जिसमें किसी विशेष वस्तु का अभाव हो। किसी विशिष्ट वस्तु, तत्त्व या बात से रहित। ३. जो किसी तत्त्व या बात का अवरोधक,बाधक या मारक हो। ४. (प्रतिकृति या मूर्ति) जिसमें मूल की छाया के स्थान पर प्रकाश और प्रकाश के स्थान पर छाया हो। सहिक का विपर्याय। (अपोजिट; उक्त सभी अर्थों के लिए) पुं० १. वह कथन या बात जिसमें कोई दूसरी बात न मानी गई हो या किसी बात से इनकार किया गया हो। असम्मति सूचक बात। २. किसी विषय, निश्चय आदि का वह अंश, अंग या पक्ष जिसमें उसके सहिक या सकारात्मक पक्ष का खंडन या विरोध हो। ३. किसी की वह प्रतिकृति या मूर्ति जिसमें मूल की छाया के स्थान पर प्रकाश और प्रकाश के स्थान पर छाया हो। ४. छाया-चित्र में वह शीशा जिस पर किसी वस्तु का उलटा प्रतिबिंब या आकृति अंकित होती है और जिससे कागज पर उसकी सही प्रतियाँ छापी जाती हैं। ‘सहिक’ का विपर्याय। (नेगिटिव, उक्त सभी अर्थों के लिए)
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
लौटें            मुख पृष्ठ