| शब्द का अर्थ | 
					
				| पुंगव					 : | पुं० [सं० कर्म० स०,+षच्] १. बैल। वृष। सांड़। २. ओषधि के काम में आनेवाली एक वनस्पति। वि० उत्तम। श्रेष्ठ। जैसे—नर-पुंगव=मनुष्यों में श्रेष्ठ। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुंगव-केतु					 : | पुं० [ब० स०] वृषभध्वज। शिव। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुंगव					 : | पुं० [सं० कर्म० स०,+षच्] १. बैल। वृष। सांड़। २. ओषधि के काम में आनेवाली एक वनस्पति। वि० उत्तम। श्रेष्ठ। जैसे—नर-पुंगव=मनुष्यों में श्रेष्ठ। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| पुंगव-केतु					 : | पुं० [ब० स०] वृषभध्वज। शिव। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |