शब्द का अर्थ खोजें

शब्द का अर्थ

बिथरना  : अ० [सं० विस्तरण] १. छितराना। २. अलग-अलग होना। ३. छिन्न-भिन्न या नष्ट-भ्रष्ट होना। स० १. बिखेरना। २. (बीज) होना। उदाहरण—बारि बीज बिथरै।—सूर।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
लौटें            मुख पृष्ठ