शब्द का अर्थ
|
मंथरा :
|
स्त्री० [सं० मंथर+टाप्] रानी कैकेयी की एक प्रसिद्ध कुबड़ी दासी जिसके बहकावे में आकर उसने राजा दशरथ से दो वर माँगे थे और राम को वन-वास दिलाया था। २. १२0 हाथ लंबी, ६0 हाथ चौड़ी और ३0 हाथ ऊँची नाव। (युक्तिकल्पतरु) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|