शब्द का अर्थ
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मकरंद :
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पुं० [सं० मकर√अन्द् (बाँधना)+अण्, शक० पररूप] १. फूलों का रस जिसे मधुमक्खियाँ और भौंरे आदि चूसते हैं। २. फूल का केसर। ३. किंजल्की। कुन्द का पौधा या फूल। ४. संगीत में ताल के साठ मुख्य भेद में से एक। ५. वाम नामक सवैया-छंद का दूसरा नाम। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मकरंदवती :
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स्त्री० [सं० मकरन्द+मतुप्, वत्व,+ङीष्] पाटला लता। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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