शब्द का अर्थ
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मयार :
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वि० [सं० माया; हिं० माया] [स्त्री० मयारी] दयार्द्र। दयालु। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मयारी :
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स्त्री० [देश०] १. वह शाखा या धरन जिसपर हिंडोले की रस्सी लटकाई जाती है। २. धरन। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मयारू :
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वि०=मयार (दयार्द्र])।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |