शब्द का अर्थ खोजें

शब्द का अर्थ

मिलाना  : स० [हिं० मिलना का स० रूप] १. पदार्थों का एक-दूसरे में डालकर या साथ करके इस प्रकार मिश्रित या सम्मिलित करना कि वे बहुत कुछ एक रूप हो जायँ और सहज में एक-दूसरे से अलग न हो सकें। जैसे—तरकारी में मसाला या तेल में रंग मिलाना। २. एक पदार्थ में दूसरा पदार्थ इस प्रकार डालना कि वे एक साथ रहने पर भी अपना स्वतंत्र अस्तित्व बनाये रहें। जैसे—कई तरकारियों को एक में मिलाना। ३. किसी रेखा, बिन्दु या विस्तार पर कोई चीज इस प्रकार लाकर पहुँचाना या लाना कि वे आपस में लग या सट जायँ अथवा किसी रूप में एक हो जायँ। जैसे—(क) कोई दीवार बढ़ाकर छत या दूसरी दीवार से मिलाना। (ख) नगर के आस पास की बस्तियों को नगर में मिलाना। ४. प्राणियों, व्यक्तियों आदि को इस प्रकार एक-दूसरे के पास लाना या सामने पहुँचाना कि उनमें किसी प्रकार का सम्बन्ध या संयोग घटित हो। जैसे—(क) भूले हुए बच्चे को उसके माँ-बाप से मिलाना। (ख) अपने किसी मित्र को और मित्रों से मिलाना। ५. किसी को अपने दल, वर्ग या समूह में सम्मिलित करके उसको अंग बनाना। जैसे—(क) जाति से निकाले हुए व्यक्ति को जाति में मिलाना। (ख) विधर्मी को अपने धर्म में मिलाना। ६. विपक्षी या विरोधी को अपने अनुकूल बनाना या पक्ष में लाना। जैसे—किसी के गवाह या नौकर को अपनी तरफ मिलाना। ७. दलों, व्यक्तियों आदि का पारस्परिक वैर-विरोध दूर करके उनमें मित्रता या सद्भाव स्थापित करना। जैसे—दलबंदी दूर करके दलों को आपस में मिलाना। ८. चीजों को आपस में गाँठ लगाकर, जोड़कर या सीकर एक करना। जैसे—चाँदनी बड़ी करने के लिए उसमें और कपड़ा मिलाना। ९. शरीर के कुछ अंगों या उनकी क्रियाओं के सम्बन्ध में किसी प्रकार का सम्पर्क या सहयोग स्थापित करना या कराना। जैसे—किसी से आँखें, मन या हाथ मिलाना। १॰. एक पदार्थ के तल को दूसरे पदार्थ के तल के इतने पास पहुँचाना कि वे आपस में लग या सट जायँ। जैसे—यह अलमारी जरा और आगे बढ़ाकर दीवार से मिला दो। ११. उपयोगिता, गुण, महत्त्व आदि स्थिर करने के लिए एक की दूसरे से तुलना करते हुए विचार करना। जैसे—दोनों कपड़ों को मिलाकर देखो कि दोनों में कौन अच्छा है। १२. इस बात की जाँच करना कि कोई चीज लेख ठीक और शुद्ध है या नहीं। जैसे—(क) आय-व्यय का हिसाब मिलाना अर्थात् उनके ठीक या शुद्ध होने की जाँच करना। १३. पुरुष और स्त्री का मैथुन या सम्भोग के लिए साथ कराना। (बाजारू)। १४. कुछ विशिष्ट प्रकार के संबंध में, उनके अंगों का तनाव या बंधन कसकर अथवा ढीला करके उन्हें ऐसी स्थिति में लाना कि उनसे ठीक स्वर निकल सकें। जैसे—(क) तबला या सांरगी (ख) सांरगी से तबला मिलाना।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
लौटें            मुख पृष्ठ