शब्द का अर्थ
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रेल :
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स्त्री० [अं०] १. जमीन पर बिछी हुई लोहे की वह पटरी जिस पर रेलगाड़ी की पहिए चलते हैं। २. रेलगाड़ी। स्त्री० [हिं० रेलना] १. रेलने की क्रिया या भाव। २. पानी का बहाव। ३. तीव्र प्रवाह। ४. अधिकता। ५. धक्कम-धक्का। पद—रेल-पेल। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
रेल-गाड़ी :
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स्त्री० [अं० रेल+हिं० गाड़ी] भाप, बिजली आदि की सहायता से लोहे की पटरियों पर चलनेवाली गाड़ी। |
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समानार्थी शब्द-
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रेलना :
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स० [हिं० रेला+ना (प्रत्यय)] १. रेले का औरों को ढकेलते हुए आगे बढ़ना। रेला या धक्का देना। २. प्रबल प्रवाह का किसी को अपने साथ बहा ले जाना। ३. ठूस कर भरना। ४. बहुत अधिक भोजन करना। |
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रेल-पेल :
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स्त्री० [हिं० रेलना+पेलना] १. ऐसी भीड़ जिसमें लोग एक दूसरे को धक्के दे रहे हों या धकेल रहे हों। २. बहुत अधिकता। बाहुल्य। भर-मार। जैसे—बाजार में आमों की रेल-पेल है। |
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रेलवे :
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स्त्री० [अं०] १. रेल की बिछी हुई पटरियाँ जिन पर रेल-गाड़ी चलती हैं। २. रेल का महकमा या विभाग। |
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रेला :
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पुं० [देश] १. किसी चीज या बात का प्रबल प्रवाह। जैसे—पानी का रेला, भीड़ का रेला। २. भीड़ में होनेवाला धक्कम-धक्का। ३. आक्रमण। चढ़ाई। धावा। ४. किसी चीज या बात की अधिकता। बहुतायत। ५. तबला बजाने की एक रीति जिसमें कुछ विशिष्ट प्रकार के हलके तथा मधुर बोल बजाये जाते हैं। |
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रेलिंग :
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स्त्री० [अं०] मुंडेर की तरह ऊँची वह रचना जो छत के सिरों पर शोभा और सुरक्षा के लिए बनाई या लगाई जाती है। |
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