शब्द का अर्थ
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सर्वार्थ :
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पुं० [सं०] १. सभी प्रकार के अर्थ अर्थात् पदार्थ और योग के विषय। २. फलित ज्योतिष में एक प्रकार का मुहुर्त। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सर्वार्थवाद :
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पुं० [सं०] यह दार्शनिक मत या सिद्धान्त कि अंत में सभी आत्माओं को ईश्वर की कृपा से मोक्ष प्राप्त होगा। (यूनीवसैलिज़्म) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सर्वार्थ-सिद्धि :
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पुं० [सं०] १. सब प्रकार के अर्थों के प्राप्ति या सिद्धि। २. जैनों के अनुसार सबसे ऊपर का अर्थात् स्वर्गों के ऊपर का लोक। ३. गौतम बुद्ध। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |