शब्द का अर्थ
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स्तरण :
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पुं० [सं०] १. फैलाना या बिखेरना। २. वह स्थिति जिसमें कोई वस्तु स्तरों या रपतों के रूप में बनी हुई होती हैं। ३. भू-विज्ञान में प्राकृतिक कारणों से प्रथ्वी के धरातल पर्वत आदि के भिन्न-भिन्न स्तरों का बनना या बनावट। ५. बिछौना। बिस्तर। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
स्तरणीय :
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वि० [सं०] १. फैलाये या बिखेरे जाने योग्य। २. बिछाए जाने योग्य। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |