शब्द का अर्थ
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स्वरस :
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पुं० [सं०] १. वैद्यक में, पत्ती आदि को भिगोकर और अच्छी तरह कूट, पीस और छानकर निकाला हुआ रस। २. किसी चीज का अपना प्राकृतिक स्वर। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
स्वरसादि :
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पुं० [सं०] ओषधियों को पानी में औटाकर तैयार किया हुआ काढ़ा। कषाय। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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